RBI Notification: पोन पे, गूगल पे और पेटीएम यूज करने वालों के लिए नए नियम जारी, RBI ने जारी किया नोटिफिकेशन

RBI Notification: साल 2023 में 4 सितंबर के दिन रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा बैंकों से प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के माध्यम से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस के ट्रांजैक्शन को इनेबल करने की परमिशन दे दी है। आरबीआई के द्वारा कहा गया है कि, इस सुविधा के माध्यम से ग्राहकों को काफी ज्यादा फायदा प्राप्त होने वाला है।

कस्टमर की पहले से ही दी हुई परमिशन के हिसाब से कस्टमर क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल करके यूपीआई सिस्टम का इस्तेमाल करके पेमेंट कर सकेंगे अर्थात ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। बताना चाहेंगे कि साल 2023 में ही 6 अप्रैल को केंद्रीय बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक हुई थी। इसी बैठक के दरमियान बैंकों के द्वारा प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के ट्रांसफर के माध्यम से पेमेंट करने के अनुमति देने का प्रस्ताव रखा गया था जिसका मुख्य टारगेट यूपीआई के दायरे को बढ़ाना था।

केंद्रीय बैंकों के द्वारा आगे कहा गया है कि, बैंक अपने बोर्ड के द्वारा अप्रूव्ड पॉलिसी के अंतर्गत ऐसी क्रेडिट लाइन के इस्तेमाल के नियम और शर्तों को तय करने के लिए स्वतंत्र हैं। नियमों के अंतर्गत क्रेडिट लिमिट, क्रेडिट की अवधि और ब्याज दर इत्यादि बातें शामिल होंगी।

अगस्त में हुए 10 बिलियन ट्रांजैक्शन

देश में करोड़ों लोगों के द्वारा यूपीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है और रोजाना यूपीआई के माध्यम से करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन एक इलाके से दूसरे इलाके में किया जा रहा है। हाल ही में 1 सितंबर को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया के द्वारा एक डाटा जारी किया गया था, जिसके अनुसार पहली बार यूपीआई ने अगस्त के महीने में एक महीने में 10 बिलियन ट्रांजैक्शन को पार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार 10 मिलियन ट्रांजैक्शन के अंतर्गत तकरीबन 9.96 अरब से भी अधिक का ट्रांजैक्शन हुआ है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया के द्वारा आगे कहा गया है कि जैसे-जैसे यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या देश में बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे इसके ट्रांजैक्शन में भी बढ़ोतरी होगी। लगातार यूपीआई देश के दूर दराज के इलाकों में भी अपनी पहुंच बना रहा है। यूपीआई की वजह से ही कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा मिल रहा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top