RajasthanViral Desk (Reduce Fat in Your Waist and Hips): क्या आप भी घर में बैठकर लगातार काम करते हैं? अगर कोई महिला लगातार बैठकर काम करने लगता है और बहुत दिन से वह ऐसे ही काम करते जा रही है तो उसकी कमर की आसपास चर्बी जमने लगती है। बहुत लड़कियां महिला इसको लेकर बहुत परेशानी में भुक्ते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप सिर्फ एक्सरसाइज यानी योगासन की मदद से इससे छुटकारा पा सकती है।
हम लोग ऑफिस में या घर में जब भी कंप्यूटर लैपटॉप को लेकर काम करते हैं तो वह डिस लाइफस्टाइल में ऐड हो जाता है यानी हम एक ही जगह बैठे हुए लगातार काम करते रहते हैं तो इस वजह से हमारे कमर के आसपास चर्बिया जम जाती है।
आप अगर उन महिला में से एक है जो अपनी कमर और हिप्स को टोन करना चाहती है तो आपको बता दूं कि आप टेंशन ना करें आप कुछ योगासन करके इस टेंशन से आसानी से मुक्त हो सकते हैं।
महिलाएं रोजाना नॉर्मल स्क्वाट्स यानी उठक बैठक वाली एक्सरसाइज से इसका शुरवात कर सकती है। ये आसन बोहोत पावरफुल मानी जाती है। इससे आपकी पैरों, ग्लूट्स और कई अन्य मसल्स को मजबूत बनाया जा सकती है। ये आसन आपकी निचले शरीर की गतिशीलता में सुधार करता है और हड्डियों और जोड़ों को भी हेल्दी रखता है। अगर आप इसे सही तरीके से किए तो अपने घुटने के जोड़ों और पीठ के निचले हिस्से की बोहोत अच्छी तरह से मसाज हो जाता है जो की शरीर को बोहोत राहत देती है। नीचे हम आपको बताएंगे की कौनसी आसान की स्तर सटीक नियम से कर सकती है:
1) स्क्वाट्स
आप अपनी पैरों को थोड़ा ज्यादा खोलकर खड़ी हो जाएं।
उसके बाद पैर की उंगलियों को थोड़ा बाहर की ओर रखें।
ये आसन कार्तिब्वक्त हमेशा सामने देखें और सीधे खड़ी हो जाएं।
2) योगासन
इसके बाद नॉर्मल योगास। हमारे पैरों की मसल्स, विशेषकर हिप्स और थाइज को एक्टिव करते हैं। हमेशा खड़े होकर संतुलन बनाने वाले आसन करने से शरीर का भार पैरों, विशेषकर हिप्स और थाइज की मसल्स द्वारा वहन किया जाता है। यह आसन पैरों को टोन करता है और उसे मजबूत बनाता है।
3) उत्कटासन
इसको करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
हृदय चक्र पर नमस्ते बनाने के लिए हथेलियों को मिलाएं और बाजुओं को कंधे के ऊपर उठाएं।
अपनी घुटनों को मोड़ें और धीरे-धीरे पेल्विक को नीचे लाएं।
आप इस बात का ध्यान रखें कि पेल्विक घुटनों पर 90 डिग्री मोड़ के साथ फर्श के समानांतर हो।
उसके बाद एड़ियों और घुटनों को एक सीधी रेखा में रखें।
एक दृष्टि को नमस्कार की ओर केन्द्रित करें।
अपनी रीढ़ को सीधा रखें।
इसे हर बार 30 सेकंड रुककर 5 सेटों तक दोहराएं।
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4) एक पादासन
आपको बता दू इसे करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
बाजुओं को ऊपर उठाते हुए पीठ सीधी रखें।
हथेलियों को प्रणाम मुद्रा में मिलाएं।
सांस छोड़ें और शरीर के ऊपरी हिस्से को तब तक आगे की ओर झुकाएं, जब तक यह फर्श के समानांतर न हो जाए।
अपनी बाजुओं को कानों के पास रखें।
दाएं पैर को सीधा रखते हुए धीरे-धीरे पीछे ऊपर की ओर उठाएं।
दाएं पैर, पेल्विक, शरीर को ऊपरी हिस्से और बाजुओं, सभी एक सीधी रेखा बननी चाहिए।
अपनी बैलेंस बनाए रखने के लिए दृष्टि को फर्श पर किसी एक पॉइंट पर फोकस करें।
5) प्रपादासन
इसे करने के लिए मलासन या वज्रासन से शुरुआत करें।
धीरे-धीरे एड़ियों को फर्श से ऊपर उठाने के लिए पैरों को एक साथ लाएं।
शरीर को पैर की उंगलियों पर बैलेंस करें और पीठ सीधी रखें।
अपनी दोनो हथेलियों को एक साथ लाएं और आइब्रोज के बीच में फोकस करें।
10-20 सेकंड तक सांस लेते हुए इस आसन में रहें।
इस प्रपादासन से बाहर आने के लिए एड़ियों को नीचे लाएं और वापस मालासन में आ जाएं।
3 सेट के लिए दोहराएं।
6) वृक्षासन
इसका शुरवात सीधी खड़ी होकर करें।
दाएं पैर को फर्श से उठाएं और शरीर के वजन को बाएं पैर पर बैलेंस करें।
दाहिने पैर को उठी हुई भीतरी जांघ पर रखें।
पैरों को हथेलियों से सहारा दें।
बैलेंस बनाएं और हथेलियों को हृदय चक्र पर प्रणाम मुद्रा में जोड़ें।
प्रणाम को ऊपर आकाश की ओर उठाएं।
दूसरे पैर से भी इसे दोहराएं।