Suzlon Energy Share: प्राप्त हो रही जानकारी के आधार पर हम आपको बताना चाहते हैं कि, 130 परसेंट से ज्यादा की बढ़ोतरी सुजलॉन एनर्जी के शेयर में हो गई है। विंड टरबाइन मैन्युफैक्चरर इस साल अब तक निफ्टी 500 इंडेक्स पर टॉप परफॉर्मेंस करने वाले स्टॉक में शामिल हो चुकी है।
इस स्टॉक में हाल ही में आई तेजी ने इसे कई एक्सपर्ट के बीच चर्चा का विषय बना दिया है। हम आपको यहां पर बताना चाहते हैं कि, जेएम फाइनेंशियल के द्वारा हाल ही में 2024 के आखिरी तक ₹30 के टारगेट कीमत के साथ सुजलॉन कंपनी के स्टॉक की खरीदारी करने की एडवाइस भी इन्वेस्टर्स को दी गई है।
हाल ही में म्युचुअल फंड के आंकड़े भी जारी हो गए हैं। अगर म्युचुअल फंड के आंकड़े पर नजर बनाई जाए, तो यह पता चलता है कि, तीन म्युचुअल फंड ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर की खरीदारी अगस्त के महीने में की हुई है, जिनमें से दो म्युचुअल फंड ने इस स्टॉक में खरीदारी स्टार्ट कर दी है और एक ने अपनी हिस्सेदारी में बढ़ोतरी कर ली है। एचडीएफसी म्युचुअल फंड और आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड के द्वारा सुजलॉन एनर्जी को अपनी नई खरीदारी की लिस्ट में स्थान दिया गया है।
यूटीआई म्युचुअल फंड के द्वारा भी सुजलॉन एनर्जी कंपनी में अपनी जो हिस्सेदारी है, उसमें बढ़ोतरी की गई है। हालांकि हम आपको बता दें की खरीदी गई हिस्सेदारी के बारे में अभी कोई भी साफ तौर पर जानकारी हमें प्राप्त नहीं हुई है। अगर हिस्सेदारी 1 परसेंट से अधिक है, तो यह सितंबर तिमाही के शेयर होल्डिंग पेटर्न में अवश्य ही दिखाई देगी।
कितनी है हिस्सेदारी सुजलॉन एनर्जी में
संयुक्त तौर पर 4.98 परसेंट की हिस्सेदारी तकरीबन 17 म्युचुअल फंड के पास इस कंपनी की अवेलेबल है। हालांकि हमें उनके नाम की कोई भी इनफॉरमेशन नहीं है, क्योंकि उनकी हिस्सेदारी स्टॉक में 1 परसेंट से कम होगी। यहां पर बताना चाहते हैं कि, बंधन कोर इक्विटी फंड उस लिस्ट में एकमात्र ऐसा म्युचुअल फंड है, जिसके पास 1 परसेंट से अधिक हिस्सेदारी इस कंपनी में है।
अगस्त के महीने को देखा जाए, तो कंपनी के शेयर में तकरीबन 30% का इजाफा हुआ है, परंतु इतना इजाफा होने के बावजूद भी कंपनी का स्टॉक शुरुआती इन्वेस्टर के लिए अभी भी घाटे का सौदा ही बना हुआ है, क्योंकि साल 2006 में इस कंपनी का आईपीओ 510 रुपए पर स्टार्ट हुआ था।