RajasthanViral Desk (Google AI): दुनिया का निर्माण कौन से साल में हुआ था, इसके बारे में कोई भी व्यक्ति नहीं बता सकता है। यहां तक की साइंस भी खाली अंदाजा ही लगा सकता है कि, सृष्टि का निर्माण कब हुआ था, परंतु वह भी सही जानकारी नहीं दे सकता है। दुनिया को अदृश्य शक्तियों के द्वारा चलाया जा रहा है।
कई लोग यह मानते हैं कि, भगवान के द्वारा दुनिया का निर्माण किया गया है, तो कुछ लोग दुनिया को भगवान का साइंस कहते हैं। दुनिया में हर सेकंड में कुछ ना कुछ बदलाव होता ही रहता है। जिस पर साइंटिस्ट काफी तगड़ी नजर बनाकर रखते हैं, जिसकी वजह यह है कि, साइंटिस्ट के मुताबिक इंसान ने धरती को इतना अधिक टॉर्चर कर दिया है कि, जल्द ही धरती अपना बदला अर्थात रिवेंज इंसानों से ले सकती है।
गूगल के सॉफ्टवेयर ने कहीं यह बात
गूगल के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर गूगल बार्ड को कुछ समय पहले ही लॉन्च किया गया था, जिसने दुनिया के खातमें को लेकर के एक नई प्रकार की भविष्यवाणी कर दी है। डेली स्टार ने इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अपडेटेड वर्जन से जब यह क्वेश्चन किया कि, दुनिया का खात्मा किस प्रकार से होगा, तो उसने बहुत से हैरान करने वाले तरीके बताएं।
मुख्य तौर पर उसने चार तरीके की जानकारी दी, जिससे दुनिया का खत्मा हो सकता है। हालांकि गूगल बाड ने इस बात को भी साफ कर दिया है कि, इसके पश्चात दोबारा से धरती का सृजन होगा और धरती पर फिर से जीवन आगे बढ़ेगा और यह इंसान के हाथ में ही है कि, वह धरती को कैसे ट्रीट करता है।
चार तरीकों से खत्म हो सकती है दुनिया
दुनिया के खातमें को लेकर के गूगल Bard ने बताया कि, न्यूक्लियर लड़ाई की वजह से दुनिया के खत्म होने की संभावना सबसे ज्यादा है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा की वजह से भी दुनिया का खत्मा हो सकता है। गूगल ने यह भी बताया कि, उल्का पिंड गिरने की वजह से भी काफी अधिक नुकसान हो सकता है।
तीसरा कारण गूगल ने बताया कि, धरती पर अचानक से ही क्लाइमेट चेंज हो जाएगा और ऐसा क्लाइमेट होगा कि, इंसानों का धरती पर रहना मुश्किल हो जाएगा। वही चौथा कारण बताया गया कि, एक दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतना अधिक एडवांस हो जाएगा कि, वह धरती से इंसानों का खत्मा कर देगा।