RajasthanViral Desk (Rajasthan Election): राजस्थान में इस बार चुनाव में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। इस समय राजस्थान के दौसा जिले में बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के प्रभाव की वजह से सबकी नजरें इधर ही है। जब कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की थी तो दौसा के अंदर सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली थी। यहां पर दौसा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है 2018 में भी कांग्रेस ने किरोड़ी के किले को ढहा दिया था।
पिछली बार जब चुनाव हुए थे तो 5 सीटों में से 4 पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई थी। लेकिन इस बार कांग्रेस को बीजेपी से कड़ी टक्कर मिलने वाली है क्योंकि गहलोत के दो मंत्री जिनका नाम मुरारी लाल मीणा और ममता भूपेश है वह कांग्रेस के ही लोगों से चुनौती पा रहे हैं।
दौसा विधानसभा
दौसा विधानसभा में पिछली बार मुरारी लाल मीणा चुनाव जीतकर पर्यटन राज्य मंत्री बने थे। लेकिन इस बार उन्हें राधेश्याम नांगल से कड़ी टक्कर मिल रही है। दोनों के बीच में टिकट को लेकर कड़ा संगत देखा जा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो दूसरी पार्टी यहां पर बाजी मार सकती है।
सिकराय विधानसभा
सिकराय विधानसभा की बात करें तो यहां पर कांग्रेसी पार्टी से ममता भूपेश विधायक है। इस बार इन्हें टिकट के लिए सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है लेकिन इनके साथ ही डीसी बेरवा और बिना बेरवा भी कांटे की टक्कर में है।
लालसोट विधानसभा
लालसोट विधानसभा की बात करें तो यहां पर परसादी लाल मीणा विधायक हैं। इस बार इनको फिर से इस सीट पर प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। इनके खिलाफ अभी कोई भी चुनाव लड़ने का इच्छुक नजर नहीं आ रहा है।
महुआ विधानसभा
इस समय यहां के विधायक निर्दलीय उम्मीदवार ओमप्रकाश हुडला है। कांग्रेस पार्टी से अजीत सिंह महेवा, रचना समलेटी, सावित्री सैनी, अजय हुडा आदि यहां पर इस बार प्रमुख टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं।
बांदीकुई विधानसभा
बांदीकुई विधानसभा की बात करें तो यहां पर गजराज खटाना विधायक हैं। इनको टक्कर इस बार शैलेंद्र जोशी, विनोद शर्मा और राजेश शर्मा के नाम से मिल सकती है।