जयपुर, 12 सितंबर : Rajasthan Bus Strike – राजस्थान में आज 30,000 निजी बसों के चक्के जाम, बस आपरेटर धरने पर, यात्री होंगे परेशान जाने क्या है वजह राजस्थान के लोग आज दिन बसों के चक्कों में फंसे रहेंगे क्योंकि 12 सितंबर से रात के 12 बजे से राज्य में 30,000 निजी बसों की हड़ताल शुरू हो जाएगी। यह स्थिति विभिन्न मांगों के साथ है, जिनमें बस व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देने की भी शामिल है।
Rajasthan Bus Strike: राजस्थान के बस ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण शाहू ने सरकार के साथ वार्ता करने के बावजूद कोई समाधान नहीं पाया होने की जानकारी दी और इसे लेकर वह धरने पर बैठे रहेंगे। उन्होंने लोगों से आपील की है कि वे 12 सितंबर को यात्रा को टालें, क्योंकि यह दिन पूरे राजस्थान की निजी बसों की हड़ताल है।
ये मांगों में शामिल हैं:
– निजी बसों की आयु मॉडल कंडीशन ऑल इंडिया परमिट को समान 12 वर्ष से 20 वर्ष करने की मांग
– यात्री वाहन के प्रतिस्थापन की शर्ट में सीटिंग कैपेसिटी की बाध्यता को समाप्त करने की मांग
– अन्य मांगों के साथ सरकार से वार्ता करने की जानकारी
– साधारण बसों के परमिट को डीलक्स दो-दो पर प्रतिस्थापन की इजाजत देने और कैपेसिटी में 20 फीसदी की छूट देने की भी मांग है.
सरकार के चुनावों के प्रति दबाव में होने के चलते मुश्किल स्थिति में है, क्योंकि यहां पर बसें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में भी सेवा करती हैं और इस हड़ताल से लोग परेशान हो सकते हैं।
चुनाव को लेकर बढ़ा दबाव
साथ हीराष्ट्रीयकृत मार्ग पर 50 किलोमीटर ओवरलैप की छूट और सरेंडर बसों का टैक्स माफ करने, ग्रामीण सेवा की बसों को टैक्स फ्री करने ओवर हैंग बसों पर की जा रही कार्रवाई बंद करने, स्लीपर बसों का डबल सीट का टैक्स लेना बंद करने की भी मांग है. साथ ही लोक परिवहन सेवा के परमिट का टैक्स के लिए स्लैप बनाने और राजस्थान में बस व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिए जाने की भी मांग है. सरकार के सामने मुश्किल स्थिति है. क्योंकि, यहां पर विधान सभा का चुनाव होने वाला है. ऐसे में यहां बसों की हड़ताल से परेशानी बढ़ सकती है. क्योंकि, ये बसें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में भी रन कर रही हैं.